भारत में प्रमुख गाय की नस्लें और उनकी विशेषताएँ :-
भारत देश कृषि प्रधान देश है। देश मे कृषि के साथ पशु पालन भी मुख्य आय व गुजारे का स्त्रोत है। देश मे अलग- अलग जगह पर्यावरण के अनुसार जीव-जन्तु निवास करते है। इसी प्रकार आज हम किसाान साथी के द्वारा हम भारत देश मे गाय के पशु पालन के संबध मे जानकारी साझा करेगें। देश मे प्रमुख गायों कि नस्लों का विवरण क्रमांनुसार किया गया हैः-
साहीवाल नस्ल
यह गाय लाल और गहरे भूरा रंग की होती है इस नस्ल की गाय पाकिस्तान में साहिवाल जिले से उत्पन्न मानी जाती है। भारत और पाकिस्तान में सबसे अच्छा डेयरी नस्लों में से एक है।
साहिवाल के पीठ पर बड़ा कूबड़ व ऊंचाई 120सेमी से 120 सेमी के आसपास होती है। गाय का वजन 300-400 किलो तक होता है। यह गाय 10 से 16 लीटर तक दूध देने की क्षमता रखती है।
गिर गाय
गिर नस्ल की ज्यादातर गायों का रंग लाल होता है। इसकी उत्पत्ति गुजरात के काठियावाड़ प्रायद्वीप में हुई थी ।
गिर गाय की औसत ऊंचाई 130 सेंटीमीटर होती है। वहीं, औसत वजन 310 किलो के आसपास रहता है।
यह गाय रोज़ाना औसतन 12 से 20 लीटर दूध देती है।
थरपारकर गाय
इसके शरीर का रंग राख के जैसा, मध्यम आकार का और चौड़ा सिर होता है। यह नसल थारपारकर जिला (पश्चिमी पाकिस्तान) से है। यह भारत में मुख्यत जोधपुर, कच्छ और जैसलमेर क्षेत्रों में पायी जाती है।
थरपारकर गाय के शरीर भार का भार नर 480-500 किलोग्राम , मादा 400-450 किलोग्राम तक होता हैं । यह गाय प्रतिदिन 8 से 10 किलोग्राम दूध देती है।
कांकरेज गाय
कांकरेज गाय का रंग हलके भूरे से लेकर चांदी के रंग जैसा हो सकता है । कांकरेज गायें गुजरात के बनासकांठा जिले के कांकरेज क्षेत्र से मानी जाती हैं ।
नर की ऊंचाई 158 सेमी. व मादा की ऊंचाई 133 सेमी. होती है । इस नस्ल के नर का भार 500 से 600 किग्रा और मादा यानी गायों का भार 350 से 400 क्रिग्रा तक होता है ।
राठी गाय
राठी पशु की त्वचा भूरी व सफेद या काला व सफेद रंगों का मिश्रण होती है। राठी गाय राजस्थान के उत्तर पश्चिमी जिलों, गंगानगर, बीकानेर, जैसलमेर में पाई जाती है।
राठी गाय की ऊंचाई लगभग 4 फूट तक होती है। राठी गाय का वजन लगभग 250 – 300 किलोग्राम होता है।यह गाय प्रतिदिन लगभग 7 से 12 लीटर तक दूध देती है।