ऊंट सरंक्षण योजना की राशि बढ़कर हुई 20000 रूपये आज ही आवेदन करे (The amount of camel protection scheme has been increased to Rs 20,000)
राजस्थान मैं काफ़ी ज़्यादा मरुस्थलीय भूमि है जहाँ ऊंटों की अति आवश्यकता होती है राजस्थान में लगातार गिरती हुई ऊंटों की संख्या एक चिंताजनक विषय हैं। ऊंट की तेजी से घटती संख्या को देखते हुए 2014 में ऊंटों को राज्य पशु की श्रेणी में शामिल किया गया और राज्य सरकार ने एक योजना चलायी जिसका नाम “ऊष्ट्र सरंक्षण योजना “है।
राजस्थान सरकार(Animal Husbandry Department) ने उष्ट्र संरक्षण योजना के तहत टोडियों (ऊंट के बच्चे) के जन्म के अवसर पर 5000-5000 रुपये की प्रोत्साहन राशि दो किश्तों में पशुपालकों को देने का फैसला किया है। लेकिन अब इस राशि को बढ़ाकर 20, हज़ार रुपया कर दिया गया है जिस आवेदक ने 15 अक्टूबर के बाद आवेदन किया है उसको 10000-10000 रुपया की दो किस्तों में भुगतान मिलेंगे।
ऊंट सरंक्षण योजना : आवेदन कैसे करें
इस योजना का लाभ लेने के लिए आधार और जन आधार के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन करना होगा। ऊंट पालक वेबसाइट www.pashuaushadh.com पर निर्धारित फॉर्मेट में आवेदन फॉर्म भर सकते हैं. दो माह तक के टोढ़िये के मालिक ऊष्ट्र पालक इस योजना में आवेदन कर सकते हैं
पशु चिकित्सक द्वारा मादा ऊँट व टोढ़िये के टैग लगाकर पहचान पत्र बनाने के बाद ही लाभ मिल सकेगा।
लाभार्थियों के भौतिक सत्यापन के लिए विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर जाकर ऊँटनी एवं टोडियों के लगाए गए टैग एवं नंबरों की जांच कर ही योजना का लाभ देकर पारदर्शिता का पूरा ध्यान रखा जा रहा है।